रेलवे इन दिनों स्वदेशी तकनीक से इंजन बनाने का काम तेजी से कर रहा है। इस कड़ी में पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर रेल मंडल ने एक ऐसा इंजन तैयार किया है, जो न तो डीजल से चलता है और न ही विद्युत से बल्कि यह बैटरी से ऑपरेट होगा। इस आधुनिक इंजन को मप्र के कटनी स्थित विद्युत लोको शेड के इंजीनियर ने तैयार किया है।
मंगलवार को यह इंजन (नवदूत) जबलपुर रेलवे स्टेशन पहुंचा। पमरे के जीएम शैलेन्द्र सिंह, एडीएम शोभन चौधुरी और डीआरएम संजय विश्वास ने इंजन में सवार होकर इसकी तकनीक देखी। बैटरी से संचालित होने वाले इंजन का उपयोग स्टेशन के साथ उन जगह पर किया जाएगा, जहां विद्युत लाइन नहीं है। खास तौर पर इसका उपयोग शंटिंग के दौरान होगा। यानी ट्रेन के रैक को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने में इसका उपयोग किया जाएगा। हालांकि प्रारंभिक तौर में इसका उपयोग 10 किमी के दायरे में ही किया जा सकता है। लोको शेड के इंजीनियर ने विद्युत इंजन में आधुनिक हाई वॉल्टेज बैटरी लगाई है। यदि अचानक विद्युत लाइन बंद हो जाती है तो इसका उपयोग करना आसान होगा।
जबलपुर मंडल का यह पहला इंजन है, जिसे मंडल में ही तैयार किया गया है। पमरे के कोटा मंडल के इंजीनियर ने भी ऐसा ही एक इंजन तैयार किया है। अ
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट कर जबलपुर मंडल को 'नवदूत' के निर्माण के लिए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि डीजल के साथ विदेशी मुद्रा की बचत और पर्यावरण संरक्षण में बड़ा कदम होगा।
SOURCE - s Nai Dunia News Network
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